न्या य के देवता शनि के दंड का भय सभी के मन में होता है. शनि की टेढ़ी नजर आर्थिक, शारीरिक, मानसिक कष्ट  देती है. जातक की तरक्कीा रोक देती है और रिश्तोंी के मामले में भी उसे खूब कष्ट, देती है. यह समय भी कुछ राशियों के लिए ऐसा ही डराने वाला साबित हो सकता है. दरअसल, 30 साल बाद शनि अपनी ही राशि कुंभ में हैं और वक्री चाल चल रहे हैं. शनि की उल्टीू चाल उन लोगों को भारी कष्टब देती है, जिनकी कुंडली में शनि अशुभ हैं या जिन राशियों पर साढ़ेसाती, ढैय्या चल रही होती है. शनि 15 नवंबर 2024 तक वक्री रहेंगे. जानिए अगले डेढ़ महीने तक किन राशियों को शनि कष्टल दे सकते हैं.

डेढ़ महीने परेशान करेंगे शनि

शनि की वक्री चाल का असर जिन 5 राशियों पर पड़ेगा, वे हैं -मिथुन, सिंह, वृश्चिक, कुंभ और मीन. इसमें से कुंभ और मीन राशि पर तो शनि की साढ़े साती चल रही है. जिससे उन लोगों के जीवन में शनि उथल-पुथल रखेंगे. बेवजह के खर्च, धन हानि का सामना करना पड़ सकता है. बेहतर है कि लेन-देन के मामले में सतर्क रहें. साथ ही निवेश से बचें. अपनों से संभलकर बात करें, वरना रिश्ते  बिगड़ सकते हैं. बीमारी-दुर्घटना भी परेशान कर सकती है.

शनि के कष्टों से बचाव के उपाय

-हर शनिवार को 7 बार शनि स्तोत्र का पाठ करें. शनि चालीसा भी पढ़ सकते हैं.

-संभव हो तो रोज वरना कम से कम शनिवार के दिन चिड़िया या पक्षियों के लिए दाना डालें. मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं. पशुओं को दाना, पानी या चारा दें. कुत्ते  को रोटी दें.

-बजरंगबली के भक्तोंय को शनि कभी कष्टओ नहीं देते हैं. लिहाजा रोज हनुमान चालीसा का पाठ करें. हनुमान जी की पूजा-अर्चना करें.

-शनिवार की शाम को पीपल के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं.

-इस दौरान मांस-मदिरा का सेवन ना करें. वरना शनि बहुत कष्टा देंगे.

-बुजुर्गों, महिलाओं, असहाय और मजदूर वर्ग के लोगों को सम्मा न दें. जितना संभव हो उनकी मदद करें. गरीबों को भोजन कराएं. दान दें.

-हर शनिवार को सरसों के तेल के दीपक में काले तिल डालकर जलाएं.

-शनि मंत्र 'ॐ शं शनिश्चराय नमः' का श्रद्धापूर्वक जाप करें.  

 

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