मॉस्को

दक्षिणी रूस के क्रीमिया के पूर्व में स्थित स्तावरोपोल शहर के बाहरी इलाके में रूस का एक खतरनाक बमवर्षक Tu-22M3 क्रैश हो गया. इसका वीडियो ट्विटर पर वायरल हो रहा है. जिसमें विमान के पिछले हिस्से में लगी दिख रही है. एयरक्राफ्ट 360 डिग्री घूमते हुए जमीन की तरफ आ रहा है. यूक्रेन का दावा है कि उसने इस विमान को मार गिराया है.

आइए जानते हैं रूस के इस एयरक्राफ्ट की फायर पावर...

Tu-22M3 रूस का लंबी दूरी का सुपरसोनिक स्ट्रैटेजिक और मैरीटाइम स्ट्राइक बॉम्बर है. 1972 से रूस की सेना में इस्तेमाल किया जा रहा है. अब तक ऐसे 497 एयरक्राफ्ट्स बनाए गए हैं. रूस के पास फिलहाल ऐसे 66 एयरक्राफ्ट सर्विस में हैं. इसे उड़ाने के लिए 4 लोगों की जरूरत होती है. एक पायलट, को-पायलट, नेविगेटर और वेपन सिस्टम ऑफिसर.

139.4 फीट लंबे इस एयरक्राफ्ट की ऊंचाई 36.3 फीट होती है. टेकऑफ के समय इसका वजन 1.26 लाख किलोग्राम होता है. इसमें दो इंजन लगे होते हैं, जो इसे 1997 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार प्रदान करते हैं. यह अधकितम 43,600 फीट की ऊंचाई पर जा सकता है. इसकी कॉम्बैट रेंज 2500 किलोमीटर है.

एक मिनट में 3600 गोलियां दागने वाली गन लगी होती है

इस बमवर्षक में 23 मिलिमीटर की एक GSh-23 Canon लगी है. यह गन इतनी खतरनाक है कि एक मिनट में 3400 से 3600 गोलियां दागती है. इसके अलावा इस एयरक्राफ्ट में 24 हजार किलोग्राम के बम रख सकते हैं. साथ में लंबी दूरी की Kh-55 क्रूज मिसाइल भी लगा सकते हैं. लेकिन फिलहाल इसमें बम तैनात किए जाते हैं.


बम और हाइपरसोनिक मिसाइलों का पूरा जखीरा तैनात होता है

इस एयरक्राफ्ट में 18 FAB-500 जनरल परपज बम या 3 Kh-22/Kh-32 मिसाइलें या 6 Kh-15 मिसाइलें या चार हाइपरसोनिक किंझल मिसाइल या फिर 64 समुद्री बारूदी सुरंगें लगा सकते हैं. या फिर इन सबका मिश्रण लगा सकते हैं. इनमें से कोई भी हथियार ऐसा नहीं है, जो खतरनाक न हो. किंझल मिसाइल का इस्तेमाल रूस ने यूक्रेन के ठिकानों पर कई बार किया है.

 

Source : Agency