नई दिल्ली
न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच खेलने के लिए हामी भर ली है। तालिबान शासित देश में महिलाओं और लड़कियों के लिए बिगड़ती मानवाधिकार स्थिति के कारण ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान के खिलाफ सीरीज को कैंसिल कर दिया था, लेकिन न्यूजीलैंड ने ऑस्ट्रेलिया के फैसले का अनुसरण नहीं किया है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इसी साल मार्च में मानवाधिकार संबंधी चिंताओं के कारण अगस्त में संयुक्त अरब अमीरात में होने वाली टी20 सीरीज से हटने का फैसला किया था। वहीं, अब न्यूजीलैंड की टीम अफगानिस्तान से खेलने के लिए तैयार हो गई है।

न्यूजीलैंड क्रिकेट यानी एनजेडसी ने सितंबर में अफगानिस्तान के खिलाफ एक टेस्ट मैच खेलने का फैसला किया है। वे जून में टी20 विश्व कप मैच भी अफगानिस्तान के खिलाफ खेलने वाले हैं। न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड के सार्वजनिक मामलों के मैनेजर रिचर्ड बूक ने कहा कि इस मामले पर बोर्ड स्तर और न्यूजीलैंड क्रिकेट प्लेयर्स एसोसिएशन के साथ चर्चा की गई है। बूक का कहना है, "सर्वसम्मति का विचार यह था कि अलगाव में बहिष्कार से अफगानिस्तान में कुछ भी नहीं बदलेगा।"
 

उन्होंने आगे कहा, "एनजेडसी का दृढ़ विश्वास है कि क्रिकेट हर किसी के लिए एक खेल है और वह लघु से मध्यम अवधि में अफगानिस्तान में महिलाओं के खेल के लिए अधिक से अधिक समर्थन देखना चाहेगा।" बता दें कि हाल के वर्षों में ऑस्ट्रेलिया तीन बार अफगानिस्तान के साथ मैच या सीरीज खेलने से हट चुका है। इसने 2021 में होबार्ट में शेड्यूल एकमात्र टेस्ट मैच से भी किनारा  किया था और पिछले साल यूएई में वनडे सीरीज खेलने से भी इनकार कर दिया था।

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा था ये फैसला उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की सरकार के साथ परामर्श के बाद लिया है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उस समय बयान जारी करते हुए कहा था, "सरकार की सलाह है कि अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों के लिए हालात बदतर होते जा रहे हैं। इसी वजह से हमने अपनी पिछली स्थिति बरकरार रखी है और अफगानिस्तान के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज अनिश्चतकाल के लिए पोस्टपोन कर दी है।"

 

Source : Agency