लखनऊ

लोकसभा चुनाव खत्म होने के साथ ही आचार संहिता भी हट गई है। यूपी में अब बड़े स्तर पर बदलाव शुरू होने वाला है। यूपी पुलिस में भी जल्द फेरबदल किए जाने की संभावना जताई जा रही है। कई आईपीएस अधिकारियों को इधर से उधर किया जा सकता है। इसमें जोन, कमिश्नरेट व रेंज से लेकर जिले स्तर तक बदलाव होने की संभावना जताई जा रही है। प्रतीक्षारत चल रहीं डीजी रेणुका मिश्रा और एडीजी बीके सिंह को भी तैनाती मिल सकती है। विभाग में फेरबदल की सूचना के चलते कई अफसरों में हड़कंप मच गया है।

लोकसभा चुनाव के दौरान ही गृह विभाग के नए मुखिया के रूप में दीपक कुमार की तैनाती की गई थी। वह अपर मुख्य सचिव वित्त के साथ-साथ गृह का भी प्रभार संभाल रहे हैं। आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण चुनाव के दौरान आयोग की अनुमति से मामूली फेरबदल किए गए थे। इसी दौरान डीजी सीबीसीआईडी आनंद कुमार व डीजी साइबर क्राइम सुभाष चंद्र के सेवानिवृत्त होने के बाद केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे पीवी रामाशास्त्री को डीजी जेल के पद पर तैनाती दी गई, जबकि डीजी जेल एसएन साबत को डीजी सीबीसीआईडी के पद पर स्थानान्तरित किया गया।

सूत्रों के अनुसार लंबे समय से पुलिस कमिश्नरेट में जमे कुछ अफसर भी हटाए जा सकते हैं। इसी तरह जोन व रेंज में भी तबादले की संभावना है। चुनाव के दौरान मिली शिकायतों के आधार पर कुछ जिलों के पुलिस कप्तान भी निशाने पर हैं। गृह विभाग ने इन शिकायतों की पड़ताल में जुटा है। इसी तरह आईपीएस कैडर में प्रोन्नति के बाद भी पुरानी तैनाती वाले स्थान पर ही जमे अफसरों को भी नई तैनाती दी जा सकती है। ऐसे कुछ अफसर अयोध्या में तैनात हैं, जिन्हें राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के समारोह की वजह से रोक दिया गया था।  

 

Source : Agency