मुजफ्फरपुर.

मुजफ्फरपुर के मुसहरी प्रखंड, बोचहा प्रखंड और बंदरा प्रखंड के किसान मौसम की बेरुखी से मायूस है। तेज पछुआ हवा के थपेड़े और तेज लू के असर अब ज्यादातर लीची पर भी पड़ने शुरू हो गए हैं। जिसका असर पेड़ में लगे फल पर पड़ने लगा है। किसानों ने बताया की अगर जल्द ही मौसम ठीक नहीं हुआ तो इसका असर उत्पादन पर पड़ सकता है और विशेष कर लीची में प्रसिद्ध शाही लीची पर पड़ेगा।

दरअसल इस बार अप्रैल माह में हीं मौसम का मिजाज कुछ ज्यादा तल्ख है। स्थिति यह है कि दिन का तापमान 40 से 41 डिग्री और कभी-कभी उससे भी उपर पहुंच जा रहा है। अब ऐसे में लीची के पेड़ पर व्यापक असर पड़ रहा है और मौसम की तल्खी का नुकसान किसान को होने लगा है। तेज पछुआ हवा और भीषण गर्मी के कारण जहां पेड़ में लगे छोटे छोटे लीची के फल समय से पहले सूख रहे है, वहीं इसके साथ साथ ये गिरने लगे है। गौरतलब है कि उत्तर बिहार के जिला मुजफ्फरपुर में लीची की सबसे ज्यादा पैदावार होती है। इस बार लीची की फसल में मंजर अच्छे आए थे, लेकिन बीते दो हफ्ते से पड़ रही भीषण गर्मी और तेज पछुआ गर्म हवाओं के झोंके ने इसको अपनी आगोश में लेना शुरू कर दिया है। जिसके बाद लीची के बाग में फल कमजोर और तेज धूप में खराब और जलने लगे है। जिसकी वजह से बनी हुई फलियां गिरने लगी।

Source : Agency