नई दिल्ली
दिल्ली में उपराज्यपाल और महिला आयोग के बीच जंग तेज हो गई है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना के आदेश पर दिल्ली महिला आयोग से 223 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। आरोप है कि दिल्ली महिला आयोग की तत्कालीन अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने नियमों के खिलाफ जाकर बिना अनुमति के नियुक्ति की थी। यह सभी कॉन्ट्रैक्चुअल स्टाफ थे। इस पर अब आम आदमी पार्टी कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है। दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी मोर्चा खोलते हुए एलजी पर लोगों को नौकरियों से निकालने का आरोप लगाया है।

इस मामले को लेकर पहले स्वाति मालीवाल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके एलजी से सवाल पूछे। इसके बाद मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी सोशल मीडिया के जरिए अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, दिल्ली की बसों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए करीब 8 हजार बस मार्शल दिल्ली सरकार ने लगाए थे। एलजी साहब के चहेते अफसरों ने मार्शलों को भी नौकरी से निकलवा दिया। दिल्ली के हजारों गरीब परिवारों का घर चल रहा था, अब वे भूखे मर रहे हैं और दिल्ली की महिलाएं भगवान भरोसे हैं।

उन्होंने कहा, पिछले साल जुलाई में करीब 400 फेलो, एडवाइजर, कंसल्टेंट, स्पेशलिस्ट, रिसर्च फेलो निकाल दिए थे। ये नौजवान बड़ी-बड़ी यूनिवर्सिटी से पढ़कर आए थे, और सरकार के कामों में बड़ा योगदान दे रहे थे। इस तरह से चुनी हुई सरकार, विधायकों और मंत्रियों के काम को रोकने की साजिश की गई। एलजी साहब ने पिछले करीब 1.5 साल में दिल्ली में हजारों लोगों को बेरोजगार किया है। इनका मकसद है दिल्ली सरकार के सभी अच्छे कामों को रोकना। इन मजलूम लड़कियों को सशक्त करना तो सच्ची देशभक्ति है, मानवता है, परम धर्म है।

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