छिंदवाड़ा। स्तनपान के प्रति जागरूकता के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1 से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह आयोजित किया गया। लेकिन यह सप्ताह त्योहार की भेंट चढ़ गया। दरअसल, 4 से लेकर 7 अगस्त तक रक्षाबंधन की धूम रही। बहनें अपने भाईयों को राखी बांधने के लिए मायके रवाना हो गईं। ऐसे में सप्ताह के तहत होने वाली गतिविधियों के व्यापक क्रियान्वयन बमुश्किल हो पाया। हालांकि, जिम्मेदारों का कहना है कि त्योहार का सप्ताह पर कोई असर नहीं पड़ा। कोई महिला अगर अपने मूल शहर से बाहर भी रहेगी तो उसे वहां सप्ताह के बारे में जानकारी स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा दी जाएगी।
त्योहार के दौरान मनाए जा रहे स्तनपान सप्ताह को लेकर जानकारों का कहना है कि रक्षाबंधन मूल रूप से महिलाओं के लिए प्रमुख त्योहार है। ऐसे में महिलाएं किसी सरकारी सप्ताह या उसकी गतिविधियों में रुचि लें इसकी कम ही संभावना रहती है। दूसरी ओर स्वास्थ्य अमले में कार्यरत महिला स्वास्थ्यकर्मी भी त्योहार के कारण इस पर पूरा ध्यान नहीं दे पाईं। सप्ताह के दौरान माताओं को स्तनपान के लिए परामर्श देने के साथ विभिन्न प्रकार के चित्र व वीडियो आदि भी दिखाए जाने थे लेकिन सवाल यह है कि त्योहार और उसकी तैयारियों में उलझी माताएं स्वास्थ्य विभाग की परामर्श बैठक, चित्र प्रर्दशनी, कार्यशाला में आने का समय नहीं निकाल पाईं। इन हालातों में विश्व स्तनपान सप्ताह मनाएं जाने का उद्देश्य आंशिक रूप से ही पूरा हो पाया। बावजूद स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों का कहना है कि त्योहार का विश्व स्तनपान सप्ताह पर कोई असर नही पड़ा।

 

Source : ब्यूरो