मुलताई

तहसील कार्यालय में नामांतरण नही होने से पूरे क्षेत्र के लोग परेशान हैं। लोगों की शिकायत पर शुक्रवार विधायक चंद्रशेखर देशमुख ने तहसील कार्यालय पहुंचकर नाराजगी व्यक्त करते हुए एसडीएम राजेश शाह सहित अन्य अधिकारियो से चर्चा कर समस्या के समाधान की बात कही। उन्होंने कहा कि किसानों को काम छोड़कर तहसील के चक्कर काटना पड़ रहा है। एसडीएम राजेश शाह ने उन्हें बताया कि एक महीने में दस हजार नामांतरण का टारगेट तय किया गया है, जिससे किसानों की समस्या दूर हो जाएगी। विधायक ने अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि  बार-बार किसानों की शिकायते आ रही है कि नामांतरण नहीं हो रहे, बही नहीं बन रही, नक्शा दुरूस्ती नहीं हो रही, कुछ पटवारी बदमाशी कर रहे हैं, ऐसे पटवारियों पर कार्रवाई कीजिए, किसान परेशान नहीं होना चाहिए, वह परेशान हुए तो फिर सभी परेशान होंगे, उक्त बाते विधायक चंद्रशेखर देशमुख ने तहसीलदार आशिक अली एवं एसडीएम राजेश शाह से कही। विधायक के साथ भाजपा नेता राजेश पाठक एवं तथा विधायक मीडिया प्रभारी चिंटू खन्ना भी तहसील पहुंचे थे। विधायक ने एसडीएम से जानकारी ली कि आखिरकार नामांतरण और नक्शा दुरूस्ती में देरी क्यों हो रही हैं। एसडीएम राजेश शाह ने विधायक को बताया कि एक महीने के भीतर १० हजार नामांतरण का लक्ष्य तय किया गया हैं। प्रत्येक पटवारी को अलग-अलग टारगेट दिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि काम नहीं करने वाले पटवारियों पर कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों को किसानों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। एसडीएम शाह ने बताया कि पट्टे का अधिकार भी पंचायत को दिया जा चुका है, जिससे अब ग्राम पंचायत स्तर पर ही कार्रवाई हो रही है। एसडीएम ने कहा कि गांवों में आयोजित हो रही सीएफटी का प्रचार-प्रसार भी अच्छे से नहीं हो रहा है, जिससे ग्रामीणों को इसकी जानकारी नहीं मिल पाती है। उन्होंने कहा कि सीएफटी का व्यापक प्रचार-प्रसार होना चाहिए।
२५ मीटर की रोड बननी चाहिए एसडीएम साहब
विधायक चंद्रशेखर देशमुख ने एसडीएम राजेश शाह को याद दिलाया कि नगर के बीचो-बीच से बनने वाली सड़क २५ मीटर चौड़ी बननी चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे कम पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा, क्योंकि नगर विकास के लिए चौड़ी सड़क जरूरी है। उन्होंने कहा संबंधित विभाग से चर्चा करके, जल्द से जल्द इसके लिए कार्रवाई प्रारंभ की जाए, नपाई करवाई जाए और यह तय किया जाए कि २५ मीटर चौड़ी सड़क बने।

Source : Akshay soni/Rakesh agrawal